23 से 25 फरवरी 2018 के बीच चले नियम राजा के पर्व के दौरान नियमगिरि आंदोलन के अगुवा नेता लादो सिकाका ने कहा- ”यह लड़ाई सिर्फ हमारी नहीं है बल्कि समस्त मानव जगत की रक्षा की लड़ाई है और हम इसे आखिरी सांस तक लड़ते रहेंगे।” पर्व के दौरान उपस्थित पॉस्को प्रतिरोध संग्राम समिति के प्रशांत पैकरा ने बताया कि पिछले एक दशक में भारत में दो सफल आंदोलन पॉस्को विरोधी आंदोलन तथा वेदांता विरोधी नियमगिरी का आंदोलन रहा है। ”सरकार अब भी किसी न किसी बहाने से हमारे प्राकृतिक संसाधन हम से हड़प कर कॉर्पोरेट को सौंपने की कोशिश कर रही है। शुरुआत से ही दोनों आंदोलनों ने मिलकर इस संघर्ष को साझा चलाया है और हम हमेशा इसे साझा संघर्ष ही रखेंगे।”
आदिवासी आंदोलन, भूमि अधिग्रहण विरोधी आंदोलन
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